अनारदाना

अनारदाना
वानस्पतिक नाम
प्यूनिका ग्रेनेटमपरिवार
प्यूनिकेसीवाणिज्यिक अंग
बीजविवरण
अनार पर्णपाती क्षुप या छोटा वृक्ष है जिसके गहरी धूसरी छाल होते हैं। इसकी 5-8 मीटर ऊँचाई होती है। पत्ते उल्टे, दीर्घायात, 2.5-6 से.मी. लंबे होते हैं। सीमांत या उपशाखा के फूल एकल, बडे, संतरे लाल रंग के होते हैं। बाह्यदलपुंज स्थाई, अण्डाशय के ऊपर तक दीर्घीकृत होते हैं। पंखुडियाँ 1.2-2.5 से.मी. लंबी, पतली और झुर्रीदार होती हैं। फल बडे गोलाकार, 5-8 से.मी. व्यासार्ध के, अस्फुटनशील हैं जो लाल गूदेदार होते हैं । बीज कोणीय होते हैं ।
व्युत्पत्ति और प्रसारण
यह फसल दक्षिणी यूरोप एवं मेडिटरेनियन क्षेत्र का हैं। दोनों गोलार्ध के गरम प्रदेशों में यह पाई जाती है। ईरान , अफगानिस्थान एवं बलूचिस्थान में इसकी व्यापक खेती की जाती है। भारत में यह लगभग सभी राज्यों में बढती है। लेकिन बडे पैमाने पर महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान एवं हिमाचल प्रदेश में बढाई जाती है। यह गरम शुष्क ग्रीष्म-ऋतुवाले स्थानों में अच्छीतरह पनपता है। नमीवाले मौसम में फल की गुणवत्ता अच्छी नहीं रहती। यह एम एस एल से 1600 मीटर की ऊँचाई तक बढता है। यह क्षारीय एवं गीली मिट्टी बरदाश्त कर सकता है।
उपयोग
गूदेदार बीज सुखाकर कई व्यंजनों में मसाले के रूप में प्रयुक्त होता है। फल का सार शीतक एवं प्रशीतक है। इसका बीजचोल दीर्घकालिक अतिसार एवं वमन के उपचार में काम आता है। इसके गूदा और बीज पाचक (क्षुधावर्धक) और मृदु विरेचक हैं। इसकी कलिकाएँ श्वसनी-शोथ में प्रयुक्त होती है।
भारतीय नाम
हिन्दी - अनार दाना बंगला - दलिम्ब गुजराती - दालाम्ब , दाडम कन्नड - दालिम्बरी कश्मीरी - दान मलयालम - मातलनारकम मराठी - दालिंब उडिया - दालिमा पंजाबी - अनारदाना संस्कृत - डाडिम तमिल - मातलंपषम तेलुगु - दानिम्मा पन्दु उर्दु - अनारदाना असमिया - दालिम
विदेशी नाम
Czech : Granatounik Dutch : Granaatappel French : Grenade German : Granatapfel Greek : Rodia Italian : Melograno Japanese : Zakuro Spanish : Granada Swedish : Granatapple